5000 करोड़ के नेशनल हेराल्ड घोटाले की भाजपा कराएगी सीबीआइ जांच, मुश्किल में गांधी परिवार
नई दिल्लीः नेशनल हेराल्ड अखबार की देशभर में फैली पांच हजार करोड़ रुपये की संपत्तियों और इससे देश के रसूखदार नेताओं की जुड़ी भूमिका को देखते हुए हरियाणा की मनोहर खट्टर नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने इसकी सीबीआइ जांच कराने की तैयारी की है। हरियाणा सरकार का मानना है कि राज्य की विजिलेंस ब्यूरो पंचकुला जमीन सौदे से संबंधित मामले की छानबीन महज राज्य की सीमा तक ही करने में सक्षम है। पावरफुल नेताओं से सच उगलवाने में सीबीआई की काबिल रहेगी। इस फैसले से जमीन सौदे में फंसे हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिहं हुड्डा के साथ गांधी परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
दरअसल नेशनल हेराल्ड अखबार का संचालन करने वाली एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड(एजेएल) को पंचकुला के सेक्टर 6 में 3500 स्क्वायर मीटर जमीन सीएम रहने के दौरान 2005 में हुड्डा ने रीअलाटमेंट किया था। जमीन कंपनी को 1982 के रेट पर पुनः आवंटित की गई थी। इस मामले में हरियाणा की स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने हुड्डा व एजेएल पदाधिकारियों पर शनिवार को धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। चूंकि हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की भूमिका पर सवाल उठते रहे हैं। इस नाते अगर सीबीआइ जांच शुरू हुई तो इसकी आंच उन तक भी पहुंचेगी। बता दें कि भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने नेशनल हेराल्ड की पांच हजार करोड़ रुपये की संपत्तियों को गलत तरीके से कब्जे में लेने के लिए सोनिया-राहुल गांधी आदि के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा दायर कर रखा है। वाद के मुताबिक महज 50 लाख पूंजी में यंग इंडिया नामक कंपनी को 2010 में खड़ाकर सोनिया-राहुल ने स्वामिभक्त कांग्रेसी नेताओं के साथ मिलकर 90 करोड़ लोन सहित पांच हजार करोड़ रुपये की नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को यंग इंडिया के सुपुर्द कराकर अपने कब्जे में ले लिया। इसमें आयकर अधिनियम समेत कई नियमों का उल्लंघन हुआ।
No comments:
Post a Comment