Monday, May 2, 2016

तो क्या सोनिया गांधी का बाप हिटलर का सिपाही और मुसोलिनी का समर्थक था

सोनिया गांधी का बाप हिटलर का सिपाही और मुसोलिनी का समर्थक था : द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान वह हिटलर की तरफ से रूस से हुई लड़ाई में शामिल था ।

स्टेफनो माइनो एक राजमिस्त्री था जिसकी बेटी सोनिया अंग्रेजी लैंगुयज पढ़ने के लिए चर्च के माध्यम से इंग्लैण्ड गई जहां के एक साधारण स्कुल में इसने दाखिल लिया उस समय सोनिया की उम्र तकरीबन 18 साल थी वहां सोनिया ने खर्चे के लिए वर्सिटी रेस्टुरेंट में वेट्रेस की नौकरी की । उस रेस्टुरेंट में शराब परोसने का काम भी सोनिया करती थी । 

जो लोग विदेशो के रेस्टुरेंट में गए है उन्हें पता होगा कि वेट्रेस को वेतन नाममात्र का मिलता है और उनका खर्च टिप्स तथा कुछ परमानेंट ग्राहकों को रिझाकर उतारे गए पैसे से चलता है । भारत में भी यही होता है । आठ दस परमानेंट कस्टमर के साथ ड्यूटी के बाद घूमना ,उनका मनोरंजन करना जिसमे बहुत सारे समझौते करने पड़ते है जैसे कार्य ये वेट्रेस करती है । फ़िल्म जगत के बारे में तो सबको पता है स्ट्रगल करने वाली लडकिया जिनकी मजबूत पारिवारिक पृष्ठभूमि नहीं होती है वे 5 हजार से 20 हजार तक में अपना सौदा करती है जिससे उनका खर्च चलता है ।
अमूमन वेट्रेस आमिर ग्राहकों को तलाशती है और प्रयास करती है कि उसे फसाकर शादी कर ले ।
जिस्म का सौदा इनकी मज़बूरी होती है । सोनिया इनसे अलग नहीं थी । हालांकि मज़बूरी में किये गए समझौते के लिए वेट्रेस को दोषी नहीं ठहराया जा सकता परंतु जब कोई वेट्रेस सच को इनकार करके खुद को महिमामंडित करने लगे तब आयना दिखाना जरुरी होता है ।
लालू यादव ने सोनिया गांधी को देश की बहु की उपाधि दी है और हेलीकॉप्टर घोटाले वाले प्रकरण में भाजपा -संघ के खिलाफ हल्ला मचा रहे है ।
लालू जी भारत की बहुए होटलो में शराब नहीं परोसती है न ही किसी आमिर को फाँसने के जुगाड़ में रहती है । क्या आप चाहेंगे शराब परोसने ,ग्राहकों का मनोरंजन करने वाली किसी वेट्रेस को अपनी बहु बनाना ? कम से कम बोलने के पहले जानकारी तो इकठ्ठी कर ले अन्यथा आपकी बात का वजन हल्का हो जाएगा । विदेशी उलट मुर्गियों को समझना इतना आसान नहीं है ।
कांग्रेसी चमचे भी सोनिया को अपनी माता बनाने के पहले एकबार अपनी असली माता से पूछ ले क्या वो कमर लचका के होटलो में शराब परोसना पसन्द करेंगी ? क्या वो नैपकिन पे ग्राहकों के साथ सन्देशो को आदान प्रदान और चूमा चाटी पसन्द करेंगी ?
कांग्रेसियो जिनके अपने मकान शीशे के होते है वे दुसरो के मकान पे पत्थर नहीं फेका करते ।

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