राशिद अल्वी ने मोदी PM को कहा स्टूपिड, स्मृति ईरानी ने दिया करारा जवाब, अल्वी का सर शर्म से झुका...
दिल्ली: बीजेपी और कांग्रेस की राजनीतिक लड़ाई अब भद्दी लड़ाई मे तब्दील होती जा रही है। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी के एक बयान ने इस राजनीतिक लड़ाई को और तल्ख कर दिया है। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक टिप्पणी क्या कर दी कि बवाल हो गया है। अब हर तरफ से उनके लिए विरोध की आवाज बुलंद होने लगी है।
दरअसल एक टीवी प्रोग्राम में राशिद अल्वी ने प्रधानमंत्री और स्मृति ईरानी को लेकर टिप्पणी की। जिसके बाद वहां मौजूद लोग भड़क गए और हंगामा खड़ा कर दिया। इसके आयोजक को खुद लोगों को शांत करवाने के लिए सामने आना पड़ा। इन लोगों ने कार्यक्रम के दौरान अल्वी 'शर्म करो' के नारे लगाते हुए उनसे माफी मांगने को कहा।
ये हंगामा तब शुरू हुआ जब अल्वी ने वहां मौजूद मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी से पूछा कि गूगल सर्च में 'मोस्ट स्टुपिड प्राइम मिनिस्टर' डालने पर मोदी का नाम आने पर क्या कार्रवाई की गई। इस पर ईरानी ने जवाब दिया कि कांग्रेस में जो लोग मोदी पर पत्थर उछालते हैं और थूकते हैं वे चहेते होते हैं। मोदी के खिलाफ जहर सीमा पार कर चुका है और लोग भूल जाते हैं कि वह देश के प्रधानमंत्री हैं।
ईरानी ने आगे कहा कि जब राशिद भाई देश के पीएम के लिए इस तरह के शब्द का इस्तेमाल करते हैं तो एक महिला मंत्री से यह कहने में वह किस तरह के शब्द चुनेंगे कि यह सुनने में आया है कि आप मोदी की बेहद करीबी हैं। हमें इस जहर के साथ हर दिन जिंदा रहना पड़ता है और फिर आप कहते हैं कि स्मृति ईरानी गुस्सा क्यों हो जाती हैं।
स्मृति ईरानी ने कहा कि राशिद अगर देश के प्रधानमंत्री के लिए इस तरह के शब्द इस्तेमाल कर सकते हैं तो फिर उनसे महिलाओं को इज्जत देने की उम्मीद कैसे रखी जा सकती है? वही इस मामले पर अब राशिद अल्वी का कहना है कि स्मृति ईरानी को प्रधानमंत्री अपनी बहन कहते हैं तो क्या बहन भाई के करीब नहीं होती है, जो वो इस तरीके से प्रतिक्रिया दे रही हैं।
वही राशिद अल्वी ने ये भी कहा कि मैने गूगल की लिस्ट का मामला इस लिए नहीं उठाया कि मोदी जी बीजेपी से ताल्लुक रखते हैं। बल्कि मैंने ये इस लिये कहा था कि गूगल पर जो लिखा गया है वो हमारे प्रधानमंत्री के बारे में लिखा गया है जो गलत है हमारे प्रधानमंत्री के साथ-साथ न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री का भी नाम उसमें शामिल है। इस लिए गूगल से वो लिस्ट हटवाई जाय इसलिए मैंने ऐसा कहा, लेकिन उसका मतलब अलग निकाला गया।
इसी प्रोग्राम में स्मृति ईरानी भी मौजूद थीं। उन्होंने भी अल्वी को उनकी सोच और भाषा को लेकर खरी-खोटी सुनाई।
ईरानी जवाब देतीं इसके पहले ही ऑडियंस ने हंगामा कर दिया। अल्वी के खिलाफ ‘शर्म करो-शर्म करो’ के नारे लगाए जाने लगे। – ऑडियंस ने कहा कि अल्वी फौरन यहीं अपने बयान के लिए माफी मांगें। कुछ लोगों ने ये भी कहा कि मोदी के बारे में तो बता दिया, अब राहुल गांधी के बारे में भी कुछ बोल दीजिए। कई लोग ने कहा कि आप राहुल गांधी को स्टूपिड बोलिए।
स्मृति ईरानी ने जवाब दिया, ‘कांग्रेस में जो लोग मोदी पर पत्थर उछालते हैं और थूकते हैं वे चहेते होते हैं। मोदी के खिलाफ जहर सीमा पार कर चुका है और लोग भूल जाते हैं कि वह देश के प्रधानमंत्री हैं।’
स्मृति ईरानी ने आगे कहा, ‘जब राशिद भाई देश के पीएम के लिए इस तरह के शब्द का इस्तेमाल करते हैं तो एक महिला मंत्री से यह कहने में वह किस तरह के शब्द चुनेंगे कि ‘यह सुनने में आया है कि आप मोदी जी की बेहद करीबी हैं।’ हमें इस जहर के साथ हर दिन जिंदा रहना पड़ता है और फिर आप कहते हैं कि स्मृति ईरानी गुस्सा क्यों हो जाती हैं।’
ईरानी ने कहा, यहां मौजूद लोगों में सभी बीजेपी सपोर्टर नहीं हैं। लेकिन वो भी अल्वी की बात से खफा हैं। मोदी के खिलाफ जो जहर उगला जा रहा है, वो अपनी लिमिट्स क्रॉस करने लगा है। यह नहीं भूलना चाहिए कि वे इस देश के प्राइम मिनिस्टर हैं। राशिद अगर देश के प्रधानमंत्री के लिए इस तरह के शब्द इस्तेमाल कर सकते हैं, तो फिर उनसे महिलाओं को इज्जत देने की उम्मीद कैसे रखी जा सकती है? अल्वी ने जो कहा है, ‘उससे मोदी या उनके सपोर्टर परेशान हों न हों, लेकिन कांग्रेस और अल्वी की इमेज जरूर पता लग जाती है।’
दिल्ली: बीजेपी और कांग्रेस की राजनीतिक लड़ाई अब भद्दी लड़ाई मे तब्दील होती जा रही है। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी के एक बयान ने इस राजनीतिक लड़ाई को और तल्ख कर दिया है। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक टिप्पणी क्या कर दी कि बवाल हो गया है। अब हर तरफ से उनके लिए विरोध की आवाज बुलंद होने लगी है।
दरअसल एक टीवी प्रोग्राम में राशिद अल्वी ने प्रधानमंत्री और स्मृति ईरानी को लेकर टिप्पणी की। जिसके बाद वहां मौजूद लोग भड़क गए और हंगामा खड़ा कर दिया। इसके आयोजक को खुद लोगों को शांत करवाने के लिए सामने आना पड़ा। इन लोगों ने कार्यक्रम के दौरान अल्वी 'शर्म करो' के नारे लगाते हुए उनसे माफी मांगने को कहा।
ये हंगामा तब शुरू हुआ जब अल्वी ने वहां मौजूद मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी से पूछा कि गूगल सर्च में 'मोस्ट स्टुपिड प्राइम मिनिस्टर' डालने पर मोदी का नाम आने पर क्या कार्रवाई की गई। इस पर ईरानी ने जवाब दिया कि कांग्रेस में जो लोग मोदी पर पत्थर उछालते हैं और थूकते हैं वे चहेते होते हैं। मोदी के खिलाफ जहर सीमा पार कर चुका है और लोग भूल जाते हैं कि वह देश के प्रधानमंत्री हैं।
ईरानी ने आगे कहा कि जब राशिद भाई देश के पीएम के लिए इस तरह के शब्द का इस्तेमाल करते हैं तो एक महिला मंत्री से यह कहने में वह किस तरह के शब्द चुनेंगे कि यह सुनने में आया है कि आप मोदी की बेहद करीबी हैं। हमें इस जहर के साथ हर दिन जिंदा रहना पड़ता है और फिर आप कहते हैं कि स्मृति ईरानी गुस्सा क्यों हो जाती हैं।
स्मृति ईरानी ने कहा कि राशिद अगर देश के प्रधानमंत्री के लिए इस तरह के शब्द इस्तेमाल कर सकते हैं तो फिर उनसे महिलाओं को इज्जत देने की उम्मीद कैसे रखी जा सकती है? वही इस मामले पर अब राशिद अल्वी का कहना है कि स्मृति ईरानी को प्रधानमंत्री अपनी बहन कहते हैं तो क्या बहन भाई के करीब नहीं होती है, जो वो इस तरीके से प्रतिक्रिया दे रही हैं।
वही राशिद अल्वी ने ये भी कहा कि मैने गूगल की लिस्ट का मामला इस लिए नहीं उठाया कि मोदी जी बीजेपी से ताल्लुक रखते हैं। बल्कि मैंने ये इस लिये कहा था कि गूगल पर जो लिखा गया है वो हमारे प्रधानमंत्री के बारे में लिखा गया है जो गलत है हमारे प्रधानमंत्री के साथ-साथ न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री का भी नाम उसमें शामिल है। इस लिए गूगल से वो लिस्ट हटवाई जाय इसलिए मैंने ऐसा कहा, लेकिन उसका मतलब अलग निकाला गया।
इसी प्रोग्राम में स्मृति ईरानी भी मौजूद थीं। उन्होंने भी अल्वी को उनकी सोच और भाषा को लेकर खरी-खोटी सुनाई।
ईरानी जवाब देतीं इसके पहले ही ऑडियंस ने हंगामा कर दिया। अल्वी के खिलाफ ‘शर्म करो-शर्म करो’ के नारे लगाए जाने लगे। – ऑडियंस ने कहा कि अल्वी फौरन यहीं अपने बयान के लिए माफी मांगें। कुछ लोगों ने ये भी कहा कि मोदी के बारे में तो बता दिया, अब राहुल गांधी के बारे में भी कुछ बोल दीजिए। कई लोग ने कहा कि आप राहुल गांधी को स्टूपिड बोलिए।
स्मृति ईरानी ने जवाब दिया, ‘कांग्रेस में जो लोग मोदी पर पत्थर उछालते हैं और थूकते हैं वे चहेते होते हैं। मोदी के खिलाफ जहर सीमा पार कर चुका है और लोग भूल जाते हैं कि वह देश के प्रधानमंत्री हैं।’
स्मृति ईरानी ने आगे कहा, ‘जब राशिद भाई देश के पीएम के लिए इस तरह के शब्द का इस्तेमाल करते हैं तो एक महिला मंत्री से यह कहने में वह किस तरह के शब्द चुनेंगे कि ‘यह सुनने में आया है कि आप मोदी जी की बेहद करीबी हैं।’ हमें इस जहर के साथ हर दिन जिंदा रहना पड़ता है और फिर आप कहते हैं कि स्मृति ईरानी गुस्सा क्यों हो जाती हैं।’
ईरानी ने कहा, यहां मौजूद लोगों में सभी बीजेपी सपोर्टर नहीं हैं। लेकिन वो भी अल्वी की बात से खफा हैं। मोदी के खिलाफ जो जहर उगला जा रहा है, वो अपनी लिमिट्स क्रॉस करने लगा है। यह नहीं भूलना चाहिए कि वे इस देश के प्राइम मिनिस्टर हैं। राशिद अगर देश के प्रधानमंत्री के लिए इस तरह के शब्द इस्तेमाल कर सकते हैं, तो फिर उनसे महिलाओं को इज्जत देने की उम्मीद कैसे रखी जा सकती है? अल्वी ने जो कहा है, ‘उससे मोदी या उनके सपोर्टर परेशान हों न हों, लेकिन कांग्रेस और अल्वी की इमेज जरूर पता लग जाती है।’
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