PM Modi के साथ ही Sonia Gandhi पर निशाना साध कर, Kejriwal बड़े संकेत देते हैं !
Kejriwal की कोशिश है कि Congress से राष्ट्रीय राजनीति में भी उसकी जगह छीन ली जाए.
दिल्ली के मुख्यमंत्री और Aam Aadmi Party (AAP) के संयोजकArvind Kejriwal प्रधानमंत्री Narendra Modi के खिलाफ तो अक्सर बोलते रहते हैं, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष Sonia Gandhi के खिलाफ आमतौर पर नहीं बोलते हैं, लेकिन उनकी रणनीति में बदलाव दिख रहा है। उन्होंने एक साथ ही PM Modi पर भी निशाना साधा है और कांग्रेस अध्यक्ष Sonia Gandhi पर भी वार किया है। उन्होंने विवादास्पद AgustaWestland हेलीकॉप्टर डील के बहाने पीएम मोदी पर निशाना साधा है कि वो इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष गांधी को गिरफ्तार क्यों नहीं करते।Kejriwal ने ट्वीट करके पीएम मोदी से पूछा है कि ‘इटली अदालत के आदेश में यदि मेरा नाम होता, मोदी जी अभी तक मुझे गिरफ़्तार कर चुके होते। पर सोनिया जी से पूछताछ तक नहीं कर रहे। क्यों?’एक और ट्वीट में उन्होंने PM Modi की चुप्पी पर सवाल उठाया है और उन पर निशाना साधते हुए कहा है कि ‘मोदी जी ने मुझ परCBI रेड कराई, सोनिया जी और वाड्रा जी पर नहीं कर रहे। मोदी जी को गांधी परिवार ईमानदार लगता है’।
कांग्रेस और बीजेपी दोनों के ही खिलाफ एक साथ Kejriwal के ये हमलावर तेवर ऐसे वक्त में दिखाई दे रहे हैं जब कि उनकी पार्टी ने दो दिन पहले ही राष्ट्रीय संयोजक के तौर पर उनके कार्यकाल को 3सालों के लिए और बढ़ा दिया। अब केजरीवाल की बारी है पार्टी के फैसले पर खरे उतरने की। आजकल वो AAP को दिल्ली की सीमाओं से बाहर निकाल कर पंजाब और गोवा तक फैलाने की तैयारियों में लगे हुए हैं और ऐसा तभी मुमकिन है जब कि BJP में वो पीएम मोदी पर और Congress में गांधी परिवार पर एक साथ ही निशाना साधें, सोनिया गांधी पर उनका हमला इसीलिए दिखाई पड़ा है।
Kejriwal के PM Modi और Sonia Gandhi पर हमले को ‘राजनीतिक तौर पर सबसे बेहतर लाइन’ चुनने के रूप में देखा जा रहा है। AAPअगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में Punjab में जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त दिखाई देती है, केजरीवाल ने गुरुवार को हुए अपने पंजाब दौरे में बीजेपी और कांग्रेस को दिल्ली जैसी हालत में पहुंचाने का दावा किया। उन्होंने कहा कि पंजाब में भी कांग्रेस को शून्य पर आउट कर देंगे और बीजेपी-अकाली दल को दो अंकों में नहीं पहुंचने देंगे। पंजाब में विधानसभा की 117 सीटें हैं और इतने में विरोधियों को इस हालत में पहुंचा देने का दावा उनके आत्मविश्वास को ही दिखाता है।
सिर्फ पंजाब ही नहीं अगले साल होने वाले Goa विधानसभा चुनावों के बारे में भी AAP का ऐसा ही खयाल है। Punjab में Shiromani Akali Dal-BJP का गठबंधन सत्ता में है, लेकिन AAP इस राज्य में अपनी सबसे बड़ी चुनौती Congress को मानती है। इसी तरह से Goa मेंBJP की सरकार है और AAP की नजर में वहां सबसे बड़ी चुनौतीBJP ही है। इस तरह से केजरीवाल और उनकी Aam Aadmi Party के लिए 2017 के राजनीतिक दुश्मनों का चेहरा बिल्कुल साफ है, एक कांग्रेस है और दूसरी बीजेपी।
दिल्ली से बाहर निकल कर अपने आपको राष्ट्रीय पार्टी बनाने की कोशिश में लगी AAP अपनी रणनीति को मजबूत करने में लगी है और इसके लिए बहुत ही सावधानी और चालाकी से काम किया जा रहा है। पार्टी के एक सीनियर नेता कहते हैं कि पंजाब जीतने को लेकर पार्टी काफी आश्वस्त है और ऐसा होने के बाद AAP ऐसी पार्टी होगी जिसकी BJP और Congress के बाद दो राज्यों में सरकार होगी। ये 2019 के चुनावों को देखते हुए राष्ट्रीय पार्टी बनने की दिशा में बहुत बडी कामयाबी होगी। इससे 2019 के आम चुनावों में बीजेपी के साथ सीधी लड़ाई की तस्वीर भी साफ हो जाएगी।
यानी कि पंजाब और गोवा के बाद AAP की नजर 2019 के लोकसभा चुनावों पर है और पार्टी अभी से उसकी तैयारी में भी जुटी हुई है। उसकी कोशिश बीजेपी के मुकाबले में खड़े होने की है, यानी कि कांग्रेस को पछाड़ना है तभी ये पोजीशन पाई जा सकती है, इसीलिएSonia Gandhi और Rahul Gandhi भी अब केजरीवाल के निशाना पर हुआ करेंगे। कांग्रेस के विकल्प के तौर पर उभरने की केजरीवाल की मंशा का खुलासा एक रीट्वीट से भी होता है। एक मीडिया हाउस के ट्वीट को Kejriwal ने रीट्वीट किया है।इस में कहा गया है किModi ji अपने विरोधियों को सलाखों के पीछे भेजने में देर नहीं लगाते, इसका मतलब ये है कि Sonia Gandhi उनकी विरोधी नहीं हैं।
Kejriwal ने इस ट्वीट के जरिए खुद को Sonia Gandhi की जगह और PM Modi के मुकाबले में खड़ा करने की कोशिश की है। इसी कोशिश में अब केजरीवाल की पार्टी सामाजिक समीकरणों, आरक्षण और विदेश नीति पर भी अपनी राय रखने लगी है, जबकि ऐसे मसलों पर पहले पार्टी चुप ही रहा करती थी। दिल्ली में AAP ने अवैध कॉलोनियों, जेजे कॉलोनियों, अल्पसंख्यकों, गरीबों के बीच पैठ बनाई, इसी तरह से वो पंजाब में दलितों के बीच अच्छी पैठ बना चुकी है। दलित पंजाब में करीब-करीब एक-तिहाई हैं और जिधर हो जाएं उसे सत्ता में ले ही आएंगे। ये वोट बैंक असल में कांग्रेस का है जिसे Kejriwal ने छीन लिया है। अब वो राष्ट्रीय राजनीति में Congress से उसकी जगह छीनना चाहते हैं, बीजेपी का नंबर तो बाद में आएगा ही.
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