ब्राह्मणवाद से किसको आज़ादी चाहिए।
जिसे आने वाली पीढ़ी हरामज़ादी चाहिए।
............
जो ब्रह्म की साधना से जीवन संजोता है।
मूर्खों!वास्तव में वही तो ब्राह्मण होता है।
ये मिश्रा;शुक्ला ब्राह्मण नहीं नेमप्लेट हैं।
कर्म से विनष्ट हुए कोई भला कैसे श्रेष्ठ है?
हालांकि मानता हूँ के;
आनुवंशिकता इन सबमें सहायक है।
मगर,शेष जातियों में भी;
कई ब्राह्मण कहे जाने के लायक़ हैं।
भूल गए;व्यास की माँ मल्लाह कन्या थीं।
तुलाधर वैश्य की माँ जाति से बनिया थीं।
वाल्मीकि की लूट से जनता बेहाल थी।
जाबाल ॠषि की माताजी चाण्डाल थी।
विश्वामित्र थे तो क्षत्रिय;बने गए थे ब्राह्मण।
अरे!तुम वो तपस्या क्या समझोगे चारण?
तुम्हें तो अपने ही देश की बर्बादी चाहिए।
ब्राह्मणवाद से किसको आज़ादी चाहिए???
जिसे आने वाली पीढ़ी हरामज़ादी चाहिए।
............
कर दी है तुमने लोकतंत्र की छीछालेदर।
कमीनीस्ट!देश बेचो;दोगे अपनी ही मातर।
उतनी ही ग़द्दारी फैलाओ;जितनी हो चादर।
के भारत की बर्बादी तक जंग रहेगी होकर।
ये तो सोचो;माँबेचकर जितने जुटा लो डालर।
काम न आएगी तुमको;विदेशियों की झाँझर।
राष्ट्रवाद से अगर तुमको आज़ादी चाहिए।
तुम्हें देश के हर घर में आतंकवादी चाहिए।
तो सभी ख़ालिदों!तुम्हें मौत से शादी चाहिए।
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जिसे आने वाली पीढ़ी हरामज़ादी चाहिए।
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जो ब्रह्म की साधना से जीवन संजोता है।
मूर्खों!वास्तव में वही तो ब्राह्मण होता है।
ये मिश्रा;शुक्ला ब्राह्मण नहीं नेमप्लेट हैं।
कर्म से विनष्ट हुए कोई भला कैसे श्रेष्ठ है?
हालांकि मानता हूँ के;
आनुवंशिकता इन सबमें सहायक है।
मगर,शेष जातियों में भी;
कई ब्राह्मण कहे जाने के लायक़ हैं।
भूल गए;व्यास की माँ मल्लाह कन्या थीं।
तुलाधर वैश्य की माँ जाति से बनिया थीं।
वाल्मीकि की लूट से जनता बेहाल थी।
जाबाल ॠषि की माताजी चाण्डाल थी।
विश्वामित्र थे तो क्षत्रिय;बने गए थे ब्राह्मण।
अरे!तुम वो तपस्या क्या समझोगे चारण?
तुम्हें तो अपने ही देश की बर्बादी चाहिए।
ब्राह्मणवाद से किसको आज़ादी चाहिए???
जिसे आने वाली पीढ़ी हरामज़ादी चाहिए।
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कर दी है तुमने लोकतंत्र की छीछालेदर।
कमीनीस्ट!देश बेचो;दोगे अपनी ही मातर।
उतनी ही ग़द्दारी फैलाओ;जितनी हो चादर।
के भारत की बर्बादी तक जंग रहेगी होकर।
ये तो सोचो;माँबेचकर जितने जुटा लो डालर।
काम न आएगी तुमको;विदेशियों
राष्ट्रवाद से अगर तुमको आज़ादी चाहिए।
तुम्हें देश के हर घर में आतंकवादी चाहिए।
तो सभी ख़ालिदों!तुम्हें
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