प्रबुद्ध हूँ पर बेकार हूँ
खुद में पला अहंकार हूँ
निर्जीव पत्रकार हूँ
मैं रवीश कुमार हूँ...
दर्पण दिखाने में चला
सच्चाइयो की ओट कर
पर झूठ का अम्बार हूँ
मैं रवीश कुमार हूँ..
जल रहा क्रोधाग्नि में
माना कि लाखों खामियां
क्यों मान लूँ बीमार हूँ..
मैं रवीश कुमार हूँ..
पेशा मेरा निष्पक्ष था
पर पक्ष मेरा भी तो है
तुम इस पार मैं उस पार हूँ
मैं रवीश कुमार हूँ...
जानता हूँ हो रहा
मेरा पतन इस दौर में
रह गया बस खीज का भण्डार हूँ
मैं रवीश कुमार हूँ...
खुद में पला अहंकार हूँ
निर्जीव पत्रकार हूँ
मैं रवीश कुमार हूँ...
दर्पण दिखाने में चला
सच्चाइयो की ओट कर
पर झूठ का अम्बार हूँ
मैं रवीश कुमार हूँ..
जल रहा क्रोधाग्नि में
माना कि लाखों खामियां
क्यों मान लूँ बीमार हूँ..
मैं रवीश कुमार हूँ..
पेशा मेरा निष्पक्ष था
पर पक्ष मेरा भी तो है
तुम इस पार मैं उस पार हूँ
मैं रवीश कुमार हूँ...
जानता हूँ हो रहा
मेरा पतन इस दौर में
रह गया बस खीज का भण्डार हूँ
मैं रवीश कुमार हूँ...
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