महाशय, पाकिस्तान ने हमेशा ही भारत के पीठ पर छुरा भोंका है...फिर चाहे वो कारगिल युद्ध हो या 26/11 का कत्लेआम हो, कश्मीर में आतंक हो या गुरदासपुर में हमला हो। हर बार हमारे विश्वास को छला है बस। अपने ही देश में आतंकियों को पनाह देकर खुद की ही शामत बुलाई है।
कल पाकिस्तान में एक बम हादसा हुआ, जानकारी के मुताबिक़ करीब 70+ लोग मारे गए जिनमे कई बूढ़े, बच्चे व महिलायें भी थी...और बेशक वो निर्दोष थे। रंजिश होने के बावजूद भारत के पीएम से लेकर गृह मंत्री तक इसपर दुःख व्यक्त करते है, भारत के करोडो लोग उन बेगुनाहों की आत्मा की शान्ति के लिए 2 मिनट का मौन रख प्रार्थना करते है, प्रार्थना करने वाले न हिन्दू होते हैं ना मुस्लिम...होते हैं तो बस भारतीय, इंसानियत के नाते हम पाकिस्तान को दुःख सहन करने हेतु हौसला देते है। लेकिन क्यों....क्योंक ि हम भारतीय है जनाब ! और यही इंसानियत जो धर्म व मज़हब के चंगुल से कोसों दूर है वो ही हमें दुनिया के श्रेष्ठतम लोगों में शामिल करती हैं।क्या जरुरत है हमें उन लोगो के लिए प्रार्थना करने की जिनके देश वाले यहां आकर आतंक मचाते है..हम भी तो अन्य देशो की तरह मुंह मोड़ सकते है...पर हमारा देश ऐसा नहीं है...ये हर सुख दुःख में हमें पडोसी का साथ देने की प्रेरणा देते है। यही हमारी पवित्र भारत माता का हमपर आशीर्वाद है जो हमारी सोच को घृणित होने से बचाता है।
ईश्वर सभी मृतकों की आत्मा को शान्ति देवे व उनके परिजनों को दुःख सहने का साहस दे।
कल पाकिस्तान में एक बम हादसा हुआ, जानकारी के मुताबिक़ करीब 70+ लोग मारे गए जिनमे कई बूढ़े, बच्चे व महिलायें भी थी...और बेशक वो निर्दोष थे। रंजिश होने के बावजूद भारत के पीएम से लेकर गृह मंत्री तक इसपर दुःख व्यक्त करते है, भारत के करोडो लोग उन बेगुनाहों की आत्मा की शान्ति के लिए 2 मिनट का मौन रख प्रार्थना करते है, प्रार्थना करने वाले न हिन्दू होते हैं ना मुस्लिम...होते हैं तो बस भारतीय, इंसानियत के नाते हम पाकिस्तान को दुःख सहन करने हेतु हौसला देते है। लेकिन क्यों....क्योंक
ईश्वर सभी मृतकों की आत्मा को शान्ति देवे व उनके परिजनों को दुःख सहने का साहस दे।