Wednesday, June 1, 2016

Modi राज में दिखने लगा ‘अच्छे दिन’, पिछले 5 सालों में विकास दर सबसे ऊपर

Modi राज में दिखने लगा ‘अच्छे दिन’, पिछले 5 सालों में विकास दर सबसे ऊपर


GDP

PM Modi की कड़वी दवाओं का असर दिखना शुरु हो गया, इस वित्त वर्ष में आरबीआई ने विकास दर 7.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया था, लेकिन उनकी उम्मीद से ज्यादा विकास दर दर्ज किया गया ।

New Delhi, Jun 01 : देश की विकास दर साल 2015-16 में बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में पिछले पांच साल में सर्वाधिक 7.6 रहा। भारत ने विकास दर के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया, बीते वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में विकास दर 7.9 फीसदी रही, ये ऑकड़े अधिकारिक रुप से जारी कर दिए गए हैं। इन ऑकड़ों पर प्रतिक्रिया देते हुए कॉरपोरेट जगत ने कहा कि ये तेजी के संकेत हैं। विदित हो कि समीक्षाधीन वित्त वर्ष के आखिरी तिमाही में भारत का सकल घरेलू उत्पाद 7.9 फीसदी रहा, जो की अनुमान से भी अधिक है। इसके साथ ही प्रति व्यक्ति आय भी 6.2 फीसदी बढ़कर 77,435 रुपये हो गई है।


केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा राष्ट्रीय आय पर जो ऑकड़ें जारी किए गए हैं, उसके अनुसार 2015-16 में देश का सकल घरेलू उत्पाद यानि जीडीपी 113.50 लाख करोड़ रुपये रहा, जो कि पिछले साल 105.52 लाख रुपये था, यानि इसमें 7.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। आरबीआई के मंगलवार के संदर्भ मूल्य 67.20 रुपये प्रति डॉलर के अनुसार जीडीपी का मूल्य 1690 अरब डॉलर है। इन्हीं ऑकड़ों के अनुसार बीते वित्त वर्ष के प्रथम तिमाही की विकास दर 7.5 फीसदी, दूसरी तिमाही 7.6 फीसदी, तीसरी तिमाही 7.2 फीसदी और चौथी तिमाही 7.9 फीसदी रही। साल 2014-15 में देश की विकास दर 7.2 फीसदी थी, और 2013-14 में 6.6 फीसदी थी उससे पहले 2012-13 में 5.6 फीसदी थी।


आरबीआई ने विकास दर 7.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया था, आईएमएफ ने मई में कहा था कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनेगी इसके साथ ही जीडीपी 7.5 रहने का अनुमान लगाया था, जबकि विश्व बैंक भी जीडीपी 7.3 रहने की उम्मीद जताई थी। इन ऑकड़ों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उद्योग मंडल फिक्की के अध्यक्ष हर्षवर्धन नेवतिया ने कहा कि इससे ज्यादा उत्साहजनक बात ये है कि साल 2015-16 की चौथी तिमाही में वृद्धि दर 7.9 रहा, इससे अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेत मिल रहे हैं।


अगर क्षेत्रवार इन चीजों को देखा जाए तो सात फीसदी से ज्यादा विकास वाले क्षेत्र वित्तिय, रियल एस्टेट और पेशेवर सेवाओं में 10.3 फीसदी, विनिर्माण 9.3 फीसदी, व्यापार, होटल, परिवहन, संचार और प्रसारण संबंधी सेवाओं में 9 फीसदी और खनन में 7.4 फीसदी विकास दर रहा। सीएसओ के ऑकड़ों के अनुसार तीसरी तिमाही में जहां कृषि और उससे जुड़ी गतिविधियों में एक फीसदी की गिरावट आई थी। वहीं चौथी तिमाही में इसमें 1.2 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई, जबकि विकास दर 1.1 फीसदी रही।


हिंदी समाचार- से जुड़े अन्य अपडेट लगातार प्राप्त करने के लिए लाइक करें हमारा फेसबुक पेज और आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं |

No comments:

Post a Comment