आज जो कांग्रेस बाबा साहेब अम्बेडकर को सर पर उठाकर घूम रही है उसने बाबा साहेब को भारत रत्न देने से मना क्यों कर दिया था ? क्यों राजीव गाँधी ने कहा था की अम्बेडकर इतने महान नही है की उन्हें भारत रत्न दिया जाये ?
पढिये ...भारत रत्न असल में कांग्रेस रत्न क्यों बन गया था
जवाहरलाल नेहरू : मृत्यु 1964 में, भारत रत्न 1955 में यानी अपने मौत के पहले ही कामुक नेहरु ने खुद ही खुद को भारत रत्न दिया था ..
* इंदिरा गांधी : मृत्यु 1984 में, भारत रत्न 1971 में इदिरा भी अपने बाप के कदमो पर चलते हुए खुद ही भारत रत्न का पट्टा अपने गले में पहन लिया था
* राजीव ग़ांधी : मृत्यु 1991 में, भारत रत्न 1991 में
ये हाल तो नीच धूर्त कांग्रेसियो का है
वहीं.........दू सरी तरफ इसे देखे .....
* जय प्रकाश नारायण : मृत्यु 1979 में, भारत रत्न 1998 में वो भी तब दिया गया जब अटल बिहारी वाजपेई ही प्रधानमंत्री बने
* बाबा साहब अंबेडकर जी : मृत्यु: 1956 में, भारत रत्न 1990 में ... वो भी जनता दल बीजेपी गठबंधन की सरकार जब केंद्र में आई तब बीजेपी नेता अटल जी के प्रस्ताव पर वीपी सिंह ने बाबा साहेब अम्बेडर को भारत रत्न दिया
* सरदार वल्लभभाई पटेल : मृत्यु 1950 में, भारत रत्न 1991 में ...सरदार पटेल जी को प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने भारत रत्न से नवाजा ..
अब आप खुद विचार करिये की नेहरु ,इन्दिरा और राजीव गाँधी क्या भारत रत्न के लायक हैं ??? क्या ये खुद ये बेशर्मी से मान सकते है की हम भारत रत्न है और खुद को खुद के हाथो ही भारत रत्न से सम्मानित करते है ? इनकी आत्मा ..इनकी जमीर क्या ये नही सोचती की लाल बहादुर शास्त्री, मुंशी प्रेमचन्द्र , बाबा साहेब अम्बेडकर , सरदार पटेल जैसे महान लोगो को अभी तक हमने भारत रत्न क्यों नही दिया ?
और ये तय करने में कितना समय लगा ?? ये भारत रत्न है या "नेहरू रत्न"। जिन गांधी के नाम की ये आज तक रोटी खा रहे है उसे ही भूल गए, दलितों के घर रोटी खाई पर अंबेडकर को भारत रत्न के लायक समझने में 58 साल लगा दिये??
सच्चाई यही है की अगर भारत "कांग्रेस मुक्त" नही हुआ होता और गैर कांग्रेसी लोग प्रधानमंत्री नही बने होते तो सरदार पटेल, बाबा साहेब अम्बेडकर, लोक नायक जयप्रकाश नारायण को कभी भी भारत रत्न नही मिलता
पढिये ...भारत रत्न असल में कांग्रेस रत्न क्यों बन गया था
जवाहरलाल नेहरू : मृत्यु 1964 में, भारत रत्न 1955 में यानी अपने मौत के पहले ही कामुक नेहरु ने खुद ही खुद को भारत रत्न दिया था ..
* इंदिरा गांधी : मृत्यु 1984 में, भारत रत्न 1971 में इदिरा भी अपने बाप के कदमो पर चलते हुए खुद ही भारत रत्न का पट्टा अपने गले में पहन लिया था
* राजीव ग़ांधी : मृत्यु 1991 में, भारत रत्न 1991 में
ये हाल तो नीच धूर्त कांग्रेसियो का है
वहीं.........दू
* जय प्रकाश नारायण : मृत्यु 1979 में, भारत रत्न 1998 में वो भी तब दिया गया जब अटल बिहारी वाजपेई ही प्रधानमंत्री बने
* बाबा साहब अंबेडकर जी : मृत्यु: 1956 में, भारत रत्न 1990 में ... वो भी जनता दल बीजेपी गठबंधन की सरकार जब केंद्र में आई तब बीजेपी नेता अटल जी के प्रस्ताव पर वीपी सिंह ने बाबा साहेब अम्बेडर को भारत रत्न दिया
* सरदार वल्लभभाई पटेल : मृत्यु 1950 में, भारत रत्न 1991 में ...सरदार पटेल जी को प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने भारत रत्न से नवाजा ..
अब आप खुद विचार करिये की नेहरु ,इन्दिरा और राजीव गाँधी क्या भारत रत्न के लायक हैं ??? क्या ये खुद ये बेशर्मी से मान सकते है की हम भारत रत्न है और खुद को खुद के हाथो ही भारत रत्न से सम्मानित करते है ? इनकी आत्मा ..इनकी जमीर क्या ये नही सोचती की लाल बहादुर शास्त्री, मुंशी प्रेमचन्द्र , बाबा साहेब अम्बेडकर , सरदार पटेल जैसे महान लोगो को अभी तक हमने भारत रत्न क्यों नही दिया ?
और ये तय करने में कितना समय लगा ?? ये भारत रत्न है या "नेहरू रत्न"। जिन गांधी के नाम की ये आज तक रोटी खा रहे है उसे ही भूल गए, दलितों के घर रोटी खाई पर अंबेडकर को भारत रत्न के लायक समझने में 58 साल लगा दिये??
सच्चाई यही है की अगर भारत "कांग्रेस मुक्त" नही हुआ होता और गैर कांग्रेसी लोग प्रधानमंत्री नही बने होते तो सरदार पटेल, बाबा साहेब अम्बेडकर, लोक नायक जयप्रकाश नारायण को कभी भी भारत रत्न नही मिलता
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