Tuesday, April 19, 2016

नरेंद्र मोदी को फंसाने के लिए चिदंबरम ने तथ्यों से की छेड़छाड़ : Ishrat Jahan केस

Ishrat Jahan केस में नए खुलासे के बाद देश की राजनीति में एक बार फिर से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है।

New Delhi, Apr 18: गुजरात के इशरत जडहां एनकाउंटर केस में हाल के दिनों में लगातार कई खुलासे हुए हैं।इन खुलासों की कड़ी में एक और खुलासा हुआ है। समाचार चैनल टाइम्स नाउ ने Ishrat Jahan केस में पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम की भूमिका को लेकर बड़ा खुलासा किया है। टाइम्स नाउ के मुताबिक इशरत जहां केस में केंद्र सरकार की दाखिल किए गए पहले हलफनामे पर पी चिदंबरम ने साइन किए थे।
 टाइम्स नाउ का कहना है कि Ishrat Jahan केस से संबंधित फाइलें उसके पास हैं जो RTI के जरिए हासिल की गई हैं। चैनल का कहना है कि इशरत केस की फाइलें इशारा कर रही हैं कि पी चिदंबरम ने एस केस  में तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की थी। लगभग 70 पन्नों वाली Ishrat Jahan केस की फाइल में सरकारी नोटिंग्स, साइन, कानूनी दस्तावेज, और कई अटैचमेंट्स हैं जिन्हें पहले कभी सार्वजनिक नहीं किया गया था। इस खुलसे के बाद एक बार फिर से पी चिदंबरम इस केस के केंद्र में आ गए हैं।
इस खुलासे के मुताबिक Ishrat Jahan से जुड़े पहले हलफनामे में पी चिदंबरम ने बदलाव किए थे। हालांकि चिदंबरम इस से इंकार करते रहे हैं। आपको बता जदें कि पहले हलफनामे में इशरत जहां को आतंकवादी बताया गया था जो गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या के मिशन पर थी।  नए खुलासे के मुताबिक उस हलफनामे को खुद पी चिदंबरम ने मंजूरी दी थी। अब सवाल खड़ा हो रहा है कि जब पहले हलफनामे को चिदंबरम ने मंजूरी दी थी तो दूसरे हलफनामे की जरूरत क्यों पड़ गई।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा पहला हलफनामा दाखिल करने के कुछ दिनों बाद ही केंद्र सरकार ने गुजरात हाईकोर्ट में दूसरा हलफनामा दाखिल किया था। इस हलफनामे में केंद्र सरकार ने अपना स्टैंड बदलते हुए कहा था कि इशरत आतंकी नहीं थी। दूसरे हलफनामे में कहा गया कि इशरत के खिलाफ कोई निर्णायक सबूत नहीं है। इस खुलासे के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। वहीं कांग्रेस की तरफ से इस मुद्दे पर अभी तक प्रतिक्रिया नहीं आई है। साफ है कि ये खुलासा एक बार फिर से सिय़ासत को गरमाने के लिए काफी है। 

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