Monday, April 4, 2016

संघ अपना प्रचार नहीं करता, उनके कार्य स्वयं प्रचार करते हैं...!



देखा की बंगाल में जो पुल गिरा उसमे सेवा कार्य कर रहे स्वयंसेवकों पर कुछ तथाकथित सेक्युलर लोग और विरोधी सवाल उठा रहे है.. कोई कह रहा है की इन लोगों को नेकर पहनने का समय कैसे मिल गया.. कोई कह रहा है की ये लोग सर्फ फ़ोटो खिंचवाते है..
दोस्तों आपको शोभा नहीं देता घर में बैठे बैठे इतना ज्ञान देना.. जो लोग कभी माँ के द्वारा कहे काम भी नहीं करते वो लोग बुद्धिजीवी बन यहाँ संघ के सेवा कार्यों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहे है.. वैसे इन लोगों के प्रश्न चिन्ह खड़ा करने या विरोध करने से कोई फर्क नहीं पड़ता.. क्योकि संघ कर्मप्रधान संघठन है.. हम विरोधियों के विधवा प्रलाप नहीं सुनते..
तो बात आती है नेकर पहनने की तो मित्रों वहां काम करने वाले लोग एक संघठन के नाते काम कर रहे है न की व्यक्तिगत रूप से.. अगर कोई विशिष्ट पहचान नहीं होगी तो क्या एक दूसरे को पहचान पाना संभव होगा की कौन है अपने संघठन का जो यहाँ कार्य करने आया है.. क्या काम करवाना है.. देखिएगा कभी.. पुलिस वाले जहाँ जनसाधारण को नहीं जाने देते वहां भी नेकर पहने व्यक्ति को देख कर जाने देते है.. और सोचिये कोई फौजी भाई छुट्टियों पर घर आया है.. साधारण वेश में घर में है और अचानक बुलावा आता है की जंग छिड़ गयी है तुरंत पहुँचो.. क्या वो फौजी उसी साधारण वेश में युद्धभूमि में जाएगा?? नहीं न! अब इसे संघ और उसकी गणवेश से जोड़ कर देखो..
और बात आई फ़ोटो लेने की तो.. दोस्तों लोग तो सामने मरते हुए उस व्यक्ति की भी फ़ोटो लेते है जिसे सहजता से अस्पताल लेजाकर बचाया जा सकता है. लेकिन अगर संघ वालों ने 2-4 फ़ोटो ले भी लिए तो क्या मुसीबत आन पड़ी? मैं विश्वास के साथ कह सकता हूँ जरुरी नहीं वो फोटो वहां कार्य कर रहे स्वयंसेवकों ने ही लिए हो.. उन्हें आप या मेरा जैसा कोई व्यक्ति ले कर भी फेसबुक पर डाल सकता है.. हो सकता है कोई संघ पृष्ठभूमि का पत्रकार रहा हो फ़ोटो लेने वाला.. यार फ़ोटो लेना किस दृष्टिकोण से गलत है? वो काम कर रहे है तो फ़ोटो डाल दी तो क्या हो गया? आप काम नहीं कर सकते आपको कोई कह भी नहीं रहा काम करो.. पर जो कर रहा है कम से कम उसकी टांग तो न खींचो..
और संघ प्रचार नहीं करता अपने कार्यों का कभी भी.. पर अगर दो- तीन फ़ोटो डाल भी दे तो इस से पहाड़ नहीं टूट पड़ा.. या इस से उनके कार्यों का महत्व कम नहीं हो गया..

No comments:

Post a Comment