36 हजार करोड़ रुपये प्रतिवर्ष बचाए: मैंने कइयों की मिठाई बंद कर दी-मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कतर की राजधानी दोहा में भारतीय समुदाय को संबोधित किया और इस दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों और भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था का जिक्र करने के साथ-साथ कतर में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों की तारीफ की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वह लोगों को भ्रष्टाचार रूपी मिठाई नहीं खाने देते हैं और भ्रष्टाचार के मामलों पर अंकुश लगाकर सरकार हर साल 36 हजार करोड़ रुपये बचा रही है।
मिठाई खाने पर लगाई रोक
मोदी ने कहा, ‘भ्रष्टाचार ने हमारे देश को दीमक की तरह खोखला कर दिया। हमने ठान लिया है कि इससे देश को मुक्ति दिलाएंगे। एक जमाना था जब किसी सांसद को 25 गैस कूपन मिलते थे। कूपन के लिए हजारों लोग सांसद के पीछे घूमते थे। जब हम सब्सिडी सीधे खाते में देने लगे तो तीन करोड़ से ज्यादा लोग लेने ही नहीं आए। अब तक 36 हजार करोड़ रुपये प्रतिवर्ष चोरी होते थे, जिसे हमने बचा लिया है। मैंने कइयों की मिठाई खाने की आदत बंद कर दी है। ऐसे लोगों को तो तकलीफ होगी ही।’
इकॉनमी है मजबूत
पीएम ने कहा कि तमाम बाधाओं के बावजूद भारतीय इकॉनमी काफी तेजी से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा, ‘दुनिया की सभी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां एक स्वर से कह रही हैं कि भारत दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। पिछली तिमाही का ग्रोथ 7.9 प्रतिशत था। यह आंकड़ा ऐसे समय का है जब देश लगातार दो साल तक अकाल के कारण परेशान है।’
भारतीय समुदाय की तारीफ
मोदी ने इस दौरान कतर में रहने वाले भारतीयों और वहां उनके योगदान की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि कतर में ऐसा लगता है कि सारे हिंदुस्तानी ही कतार में खड़े हैं। उन्होंने कहा, ‘आप भी जब अपन गांव-घर लौटते होंगे तो आपको भी अहसास नहीं होता होगा कि किसी और देश से आए हैं। कतर में रहन-सहन, बोलचाल की भाषा के माध्यम से आप लोग कतर की धरती पर हिंदुस्तान को जी रहे हैं। हर किसी का भारत के प्रति आकर्षण बढ़ा है। भारत के प्रति जिज्ञासा बढ़ी है। आप भी कतर में रहते हैं तो यह महसूस करते होंगे कि भारत का सम्मान बढ़ा है।
’भारत में भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ने का संकल्प लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (5 जून) को कहा कि उन्होंने ‘कई लोगों को मिठाई’ से वंचित करके समस्याओं का सामना किया है और सरकारी योजनाओं में लीकेज तथा चोरी रोककर सालाना 36000 करोड़ रुपए बचाए हैं। कतर की अपनी दो दिनी यात्रा के अंत में भारतवंशी समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमने केवल सतह (भ्रष्टाचार पर) साफ की है और गहराई से सफाई अभी बाकी है।’ उन्होंने भ्रष्टाचार पर सरकार की कार्रवाई की आलोचना की तुलना किसी बच्चे को मिठाई नहीं देने पर मां से उसके नाराज होने से करते हुए कहा, ‘हमने कई लोगों की मिठाई रोक दी और ऐसा करने में मुझे दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा। लेकिन मुझे इन समस्याओं का सामना करने की ताकत 125 करोड़ भारतीयों से मिलने वाले स्नेह से मिलती है।’
भारतीय मूल के लोगों की लगातार तालियों की गड़गड़ाहट के बीच प्रधानमंत्री ने कहा कि वित्तीय पारदर्शिता, अनुशासन और कार्यक्षमता सुनिश्चित करने के प्रयासों के अच्छे परिणाम मिलने शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा, ‘क्या आप कल्पना कर सकते हैं? हमने विभिन्न सरकारी योजनाओं में लीकेज और चोरी रोककर 36000 करोड़ रुपए प्रति वर्ष बचाए हैं।’ मोदी ने कहा कि 1.62 करोड़ फर्जी राशनकार्ड का पता लगाया गया और सब्सिडी वाले चावल, गेहूं, केरोसिन और एलपीजी के करोड़ों रुपए बचाए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘भ्रष्टाचार ने हमारे देश को खोखला कर दिया है, जो दीमक की तरह इसे खा रहा है।’
पिछली कांग्रेसी सरकारों पर परोक्ष हमले में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज पूरी दुनिया में भारत की छवि सुधरी है और देश को सम्मान के साथ देखा जा रहा है। सभी भारत की ओर आकर्षित हो रहे हैं। जब दूसरे देशों के लोग भारतीयों से मिलते हैं तो आप अंतर देखते होंगे।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत लगातार दो साल से सूखे का सामना कर रहा है, उसके बावजूद उसने बीते वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में 7.9 प्रतिशत की विकास दर हासिल की है। उन्होंने कहा, ‘दुनिया की अर्थव्यवस्था में मंदी है और अच्छे से अच्छे देश भी आर्थिक मंदी का सामना कर रहे हैं।’
मोदी ने कहा, ‘लेकिन भारत विभिन्न कठिनाइयों के बावजूद तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।’ उन्होंने कहा कि सभी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां, विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था मानने में एकमत हैं। उन्होंने कहा, ‘समस्याओं के बावजूद 7.9 प्रतिशत की विकास दर इस बात का प्रमाण है कि देश तेजी से बढ़ रहा है।’ मोदी ने कहा, ‘आप बहुत दूर मंगोलिया भी जाएंगे तो वहां भी भारतीय महसूस करता है कि समय बदल गया है।’
कतर में बसे भारतीयों के यहां महत्वपूर्ण योगदान के साथ भारत-कतर के संबंधों में विकास को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा, ‘जब किसी देश के शासक भारतीयों की तारीफ करते हैं तो आप कल्पना कर सकते हैं कि मेरा सीना गर्व से कैसे फूलता होगा।’ उन्होंने कहा कि 14वें वित्त आयोग के बाद हालात बदल गए हैं जहां देश का 65 प्रतिशत राजस्व राज्यों को जा रहा है और केंद्र के पास केवल 35 प्रतिशत रहेगा। अपने 25 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री ने सेवानिवृत्त सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) योजना का भी जिक्र किया जो चार दशक से अधिक समय से लंबित थी।
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